Translation of Guruji’s Lectures

Your money should only be enough to fulfill your wishes. However, wishes are infinite. Therefore, it’s said that your wishes that are related to dharma (righteousness/spirituality) should be satisfied.

There are all kinds of wishes. Only those wishes that benefit you not only in this world but also beyond should be valued.
Gurudev Bhagwan
धन इतना ही होना चाहिए कि इच्छा की पूर्ति हो जाए।

ढ़ेर सारी इच्छाएं हैं।
इच्छाओं का कोई अंत नहीं है।

जो धर्म से संबंधित इच्छाएं हैं उनकी पूर्ति होनी चाहिए जिनका प्रतिफल यहां भी अच्छा हो और मरने के बाद भी अच्छा हो।

अनेक प्रकार की इच्छायें होती रहती हैं पर जिनका परिणाम शुभ नहीं है, जो भविष्य में मांगलिक नहीं हैं- उनको क्रिया का रूप नहीं देना चाहिए।

(गुरुजी के प्रवचनों से साभार 🙇‍♀️🙏) मंजु राजपाल जी द्वारा लिप्यंतरण
स्वामी शिवेन्द्र पुरीजी (गुरुजी)

Upcoming Projects

1. Hospital To Be Constructed